Tuesday, May 13, 2025

आदमपुर एयरबेस में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दहाड़

PMO//Azadi Ka Amrit Mahotsav//Punjab Visit By PM Narender Modi//13 MAY 2025//5:38PM by PIB Delhi

भारत माता की जय!  का जयघोष है 

आदमपुर एयर बेस:बहादुर वायु सेना योद्धाओं और सैनिकों के साथ प्रधानमंत्री की बातचीत का मूल पाठ

प्रविष्टि तिथि: 13 MAY 2025 5:38PM by PIB Delhi


भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय! 

इस जयघोष की ताकत अभी-अभी दुनिया ने देखी है। भारत माता की जय, ये सिर्फ उद्घोष नहीं है, ये देश के हर उस सैनिक की शपथ है, जो मां भारती की मान-मर्यादा के लिए जान की बाजी लगा देता है। ये देश के हर उस नागरिक की आवाज़ है, जो देश के लिए जीना चाहता है, कुछ कर गुजरना चाहता है। भारत माता की जय, मैदान में भी गूंजती है और मिशन में भी। जब भारत के सैनिक मां भारती की जय बोलते हैं, तो दुश्मन के कलेजे काँप जाते हैं। जब हमारे ड्रोन्स, दुश्मन के किले की दीवारों को ढहा देते हैं, जब हमारी मिसाइलें सनसनाती हुई निशाने पर पहुँचती हैं, तो दुश्मन को सुनाई देता है- भारत माता की जय! जब रात के अंधेरे में भी, जब हम सूरज उगा देते हैं, तो दुश्मन को दिखाई देता है- भारत माता की जय! जब हमारी फौजें, न्यूक्लियर ब्लैकमेल की धमकी की हवा निकाल देती हैं, तो आकाश से पाताल तक एक ही बात गूंजती है- भारत माता की जय!

साथियों,

वाकई, आप सभी ने कोटि-कोटि भारतीयों का सीना चौड़ा कर दिया है, हर भारतीय का माथा गर्व से ऊंचा कर दिया है। आपने इतिहास रच दिया है। और मैं आज सुबह-सुबह आपके बीच आया हूं, आपके दर्शन करने के लिए। जब वीरों के पैर धरती पर पड़ते हैं, तो धरती धन्य हो जाती है, जब वीरों के दर्शन का अवसर मिलता है, तो जीवन धन्य हो जाता है। और इसलिए मैं आज सुबह-सुबह ही आपके दर्शन करने के लिए यहां पहुंचा हूं। आज से अनेक दशक बाद भी जब भारत के इस पराक्रम की चर्चा होगी, तो उसके सबसे प्रमुख अध्याय आप और आपके साथी होंगे। आप सभी वर्तमान के साथ ही देश की आने वाली पीढ़ियों की, और उनके लिए भी नई प्रेरणा बन गए हैं। मैं वीरों की इस धरती से आज एयरफोर्स, नेवी और आर्मी के सभी जांबाजों, BSF के अपने शूरवीरों को सैल्यूट करता हूं। आपके पराक्रम की वजह से आज ऑपरेशन सिंदूर की गूंज हर कोने में सुनाई दे रही है। इस पूरे ऑपरेशन के दौरान हर भारतीय आपके साथ खड़ा रहा, हर भारतीय की प्रार्थना आप सभी के साथ रही। आज हर देशवासी, अपने सैनिकों, उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञ है, उनका ऋणी है।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर कोई सामान्य सैन्य अभियान नहीं है। ये भारत की नीति, नीयत और निर्णायक क्षमता की त्रिवेणी है। भारत बुद्ध की भी धरती है और गुरु गोबिंद सिंह जी की भी धरती है। गुरू गोबिंद सिंह जी ने कहा था- सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियन ते मैं बाज़ तुड़ाऊं, तबै गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊं।” अधर्म के नाश और धर्म की स्थापना के लिए शस्त्र उठाना, ये हमारी परंपरा है। इसलिए जब हमारी बहनों, बेटियों का सिंदूर छीना गया, तो हमने आंतकियों के फ़न को उनके घर में घुसके कुचल दिया। वो कायरों की तरह छिपकर आए थे, लेकिन वो ये भूल गए, उन्होंने जिसे ललकारा है, वो हिन्द की सेना है। आपने उन्हें सामने से हमला करके मारा, आपने आतंक के तमाम बड़े अड्डों को मिट्टी में मिला दिया, 9 आतंकी ठिकाने बर्बाद हुए, 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई, आतंक के आकाओं को अब समझ आ गया है, भारत की ओर नज़र उठाने का एक ही अंजाम होगा- तबाही! भारत में निर्दोष लोगों का खून बहाने का एक ही अंजाम होगा- विनाश और महाविनाश! जिस पाकिस्तानी सेना के भरोसे ये आतंकी बैठे थे, भारत की सेना, भारत की एयरफोर्स और भारत की नेवी ने, उस पाकिस्तानी सेना को भी धूल चटा दी है। आपने पाकिस्तानी फौज को भी बता दिया है, पाकिस्तान में ऐसा कोई ठिकाना नहीं है, जहां बैठकर आतंकवादी चैन की सांस ले सके। हम घर में घुसकर मारेंगे और बचने का एक मौका तक नहीं देंगे। और हमारे ड्रोन्स, हमारी मिसाइलें, उनके बारे में तो सोचकर पाकिस्तान को कई दिन तक नींद नहीं आएगी। कौशल दिखलाया चालों में, उड़ गया भयानक भालों में। निर्भीक गया वह ढालों में, सरपट दौड़ा करवालों में। ये पंक्तियां महाराणा प्रताप के प्रसिद्ध घोड़े चेतक पर लिखी गई हैं, लेकिन ये पंक्तियां आज के आधुनिक भारतीय हथियारों पर भी फिट बैठती हैं।

मेरे वीर साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर से आपने देश का आत्मबल बढ़ाया है, देश को एकता के सूत्र में बाँधा है, और आपने भारत की सीमाओं की रक्षा की है, भारत के स्वाभिमान को नई ऊंचाई दी है।

साथियों,

आपने वो किया, जो अभूतपूर्व है, अकल्पनीय है, अद्भुत है। हमारी एयरफोर्स ने पाकिस्तान में इतना डीप, आतंक के अड्डों को टारगेट किया। सिर्फ 20-25 मिनट के भीतर, सीमापार लक्ष्यों को भेदना, बिल्कुल पिन पॉइंट टारगेट्स को हिट करना, ये सिर्फ एक मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लैस, प्रोफेशनल फोर्स ही कर सकती है। आपकी स्पीड और प्रिसीजन, इस लेवल की थी, कि दुश्मन हक्का-बक्का रह गया। उसको पता ही नहीं चला कि कब उसका सीना छलनी हो गया।

साथियों,

हमारा लक्ष्य, पाकिस्तान के अंदर terror हेडक्वार्टर्स को हिट करने का था, आतंकियों को हिट करने का था। लेकिन पाकिस्तान ने अपने यात्री विमानों को सामने करके जो साजिश रची, मैं कल्पना कर सकता हूं, वो पल कितना कठिन होगा, जब सिविलियन एयरक्राफ्ट दिख रहा है, और मुझे गर्व है आपने बहुत सावधानी से, बहुत सतर्कता से सिविलियन एयरक्राफ्ट को नुकसान किए बिना, तबाह करके दिखाया, उसका जवाब दे दिया आपने। मैं गर्व के साथ कह सकता हूं, कि आप सभी अपने लक्ष्यों पर बिल्कुल खरे उतरे हैं। पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों और उनके एयरबेस ही तबाह नहीं हुए, बल्कि उनके नापाक इरादे और उनके दुस्साहस, दोनों की हार हुई है।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए दुश्मन ने इस एयरबेस के साथ-साथ, हमारे अनेक एयरबेस पर हमला करने की कई बार कोशिश की। बार-बार उसने हमें टारगेट किया, लेकिन पाक के नाकाम, नापाक इरादे हर बार नाकाम हो गए। पाकिस्तान के ड्रोन, उसके UAV, पाकिस्तान के एयरक्राफ्ट और उसकी मिसाइलें, हमारे सशक्त एयर डिफेंस के सामने सब के सब ढेर हो गए। मैं देश के सभी एयरबेस से जुड़ी लीडरशिप की, भारतीय वायुसेना के हर एयर-वॉरियर की हृदय से सराहना करता हूं, आपने वाकई बहुत शानदार काम किया है।

साथियों,

आतंक के विरुद्ध भारत की लक्ष्मण रेखा अब एकदम स्पष्ट है। अब फिर कोई टैरर अटैक हुआ, तो भारत जवाब देगा, पक्का जवाब देगा। ये हमने सर्जिकल स्ट्राइक के समय देखा है, एयर स्ट्राइक के समय देखा है, और अब तो ऑपरेशन सिंदूर, भारत का न्यू नॉर्मल है। और जैसा मैंने कल भी कहा, भारत ने अब तीन सूत्र तय कर दिए हैं, पहला- भारत पर आतंकी हमला हुआ तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर, अपने समय पर जवाब देंगे। दूसरा- कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। तीसरा- हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। दुनिया भी भारत के इस नए रूप को, इस नई व्यवस्था को समझते हुए ही आगे बढ़ रही है।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर का एक-एक क्षण भारत की सेनाओं के सामर्थ्य की गवाही देता है। इस दौरान हमारी सेनाओं का को-ऑर्डिनेशन, वाकई मैं कहूंगा, शानदार था। आर्मी हो, नेवी हो या एयरफोर्स, सबका तालमेल बहुत जबरदस्त था। नेवी ने समुद्र पर अपना दबदबा बनाया। सेना ने बॉर्डर पर मजबूती दी। और, भारतीय वायुसेना ने अटैक भी किया और डिफेंड भी किया। BSF और दूसरे बलों ने भी अद्भुत क्षमताओं का प्रदर्शन किया है। Integrated air and land combat systems ने शानदार काम किया है। और यही तो है, jointness, ये अब भारतीय सेनाओं के सामर्थ्य की एक मजबूत पहचान बन चुकी है।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर में मैनपावर के साथ ही मशीन का को-ऑर्डिनेशन भी अद्भुत रहा है। भारत के पारंपरिक एयर डिफेंस सिस्टम हों, जिन्होंने अनेक लड़ाइयां देखी हैं, या फिर आकाश जैसे हमारे मेड इन इंडिया प्लेटफॉर्म हों, इनको S-400 जैसे आधुनिक और सशक्त डिफेंस सिस्टम ने अभूतपूर्व मज़बूती दी है। एक मजबूत सुरक्षा कवच भारत की पहचान बन चुकी है। पाकिस्तान की लाख कोशिश के बाद भी, हमारे एयरबेस हों, या फिर हमारे दूसरे डिफेंस इंफ्रास्ट्रक्चर, इन पर आंच तक नहीं आई। और इसका श्रेय आप सभी को जाता है, और मुझे गर्व है आप सब पर, बॉर्डर पर तैनात हर सैनिक को जाता है, इस ऑपरेशन से जुड़े हर व्यक्ति को इसका श्रेय जाता है।

साथियों,

आज हमारे पास नई और cutting edge technology का ऐसा सामर्थ्य है, जिसका पाकिस्तान मुकाबला नहीं कर सकता। बीते दशक में एयरफोर्स सहित, हमारी सभी सेनाओं के पास, दुनिया की श्रेष्ठ टेक्नोलॉजी पहुंची है। लेकिन हम सब जानते हैं, नई टेक्नोलॉजी के साथ चुनौतियां भी उतनी ही बड़ी होती हैं। Complicated और sophisticated systems को मैंटेन करना, उन्हें efficiency के साथ ऑपरेट करना, एक बहुत बड़ी स्किल है। आपने tech को tactics से जोड़कर दिखा दिया है। आपने सिद्ध कर दिया है कि आप इस गेम में, दुनिया में बेहतरीन हैं। भारत की वायुसेना अब सिर्फ हथियारों से ही नहीं, डेटा और ड्रोन से भी दुश्मन को छकाने में माहिर हो गई है।

साथियों,

पाकिस्तान की गुहार के बाद भारत ने सिर्फ अपनी सैन्य कार्रवाई को स्थगित किया है। अगर, अगर पाकिस्तान ने फिर से आतंकी गतिविधि या सैन्य दुस्साहस दिखाया, तो हम उसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। ये जवाब, अपनी शर्तों पर, अपने तरीके से देंगे। और इस निर्णय की आधारशिला, इसके पीछे छिपा विश्वास, आप सबका धैर्य, शौर्य, साहस और सजगता है। आपको ये हौसला, ये जुनून, ये जज्बा, ऐसे ही बरकरार रखना है। हमें लगातार मुस्तैद रहना है, हमें तैयार रहना है। हमें दुश्मन को याद दिलाते रहना है, ये नया भारत है। ये भारत शांति चाहता है, लेकिन, अगर मानवता पर हमला होता है, तो ये भारत युद्ध के मोर्चे पर दुश्मन को मिट्टी में मिलाना भी अच्छी तरह जानता है। इसी संकल्प के साथ, आइए एक बार फिर बोलें-

भारत माता की जय। भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम। वंदे मातरम।

वंदे मातरम।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

*****//MJPS/ST//(रिलीज़ आईडी: 2128417)

Tuesday, September 3, 2024

राष्ट्रीय लोक अदालत 14 सितंबर को

 Tuesday 3rd September 2024 at 5:33 PM

ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव सुरभि पाराशर ने विभिन्न विभागों की बैठक ली


एसएएस नगर
: 3 सितंबर 2024: (कार्तिका सिंह//नई पंजाब स्क्रीन)::

लोक अदालतों की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। समझ और धन की बचत लोक अदालत में मामला लाकर ही हो सकती है। इस लिए अधिकतर लोग इस तरफ आकर्षित हो रहे हैं। 

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार दिनांक 14सितम्बर 2024 को वर्ष 2024 की तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत श्री अतुल कसाना, जिला एवं सत्र न्यायाधीश, एस.ए.एस. द्वारा आयोजित की गई। शहर के कुशल नेतृत्व में जिला एस.ए.एस. शहर की सभी अदालतों में राजीनामा योग्य आपराधिक मामले, चेक बाउंस मामले, बैंक वसूली मामले, वैवाहिक विवाद, एमएसीटी मामले, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण मामले, बिजली और पानी के बिल, राजस्व विभाग से संबंधित और सभी प्रकार के सिविल मामले शामिल होंगे माना जा रहा है। बहुत से लोगों के लिए इस अदालत  फैसले इस दिन को ऐतिहासिक बना देंगें। 

इस संबंध में श्रीमती सुरभि पाराशर, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, एस.ए.एस. शहर में केंद्र और पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों जैसे राजस्व विभाग, नगर निगम, टेलीफोन, बैंक, जल आपूर्ति और स्वच्छता विभाग आदि के अधिकारियों के साथ बैठक की गई और स्थापित की जा रही राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निपटारे के लिए जोर दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में ऐसे मामले जो अभी तक किसी भी न्यायालय में दायर नहीं हुए हैं और उपरोक्त श्रेणियों के अंतर्गत आते हैं, उन्हें लोक अदालत में लाया जा सकता है।

ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने लोक अदालतों के फायदों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि लोक अदालतों में निर्णय के बाद मुकदमों में लगी कोर्ट फीस वापस कर दी जाती है, इन मुकदमों के फैसले के खिलाफ कोई अपील नहीं होती है।

Wednesday, August 21, 2013

राखी बंधन है ऐसा--राखी बंधन है ऐसा

ब्रह्मकुमारियों ने बांधी प्रधानमन्त्री को राखी 
ब्रह्मकुमारियां काफी लम्बे समय से लोगों को स्वच्छ, सात्विक और ऊंचे बैतिक मूल्यों पर आधारित जीवन जीने जा संदेश देती अ रही हैं। किसी समय शायद साठ और सत्तर में दशकों में उनका राज योग //सहज योग बेहद लोक प्रिय भी हुआ था। राखी के अवसर पर उन्होंने भी प्रधान मंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह को राखी बाँधी। इन पलों को झट से कैमरे में उतार पीआईबी के कैमरामैन ने। 

सूचना के अधिकार का वेब पोर्टल जारी

21-अगस्त-2013 19:45 IST
पोर्टल जारी किया श्री नारायणसामी ने
कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन तथा प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्‍य मंत्री श्री वी. नारायणसामी ने कहा है कि ऑन लाइन वेब पोर्टल सूचना के अधिकार कानून में एक नया मील का पत्‍थर है। उन्‍होंने कहा कि वेब पोर्टल जारी हो जाने के बाद नागरिकों की भागीदारी और अधिक होगी। पोर्टल जारी करने के दौरान उन्‍होंने कहा कि अभी यह सुविधा केन्‍द्रीय मंत्रालयों के संबंध में ही दी जा रही है, लेकिन जल्‍द ही इससे केन्‍द्र सरकार के अधीनस्‍थ कार्यालयों को भी जोड़ दिया जाएगा। 

श्री नारायणसामी ने राज्‍य सरकारों से आग्रह किया कि वे इसी प्रकार की सुविधाएं विकसित करें, ताकि सूचना के अधिकार के आवेदन पत्र ऑन लाइन प्राप्‍त किए जा सकें। उल्‍लेखनीय है कि ऑन लाइन वेब पोर्टल को कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की पहल पर राष्‍ट्रीय सूचना विज्ञान केन्‍द्र ने विकसित किया है। इसकी वेबसाइट का पता http://rtionline.gov.in है। 

नागरिक सूचना के अधिकार का आवेदन पत्र और निर्धारित शुल्‍क का भुगतान भारतीय स्‍टेट बैंक के इंटरनेट बैंकिंग के जरिए तथा वीजा/मास्‍टर क्रेडिट/डेबिट कार्डों के जरिए कर सकते हैं। यह सुविधा भारत सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों के संदर्भ में उपलब्‍ध है। 

वि.कासोटिया/अरुण/दयाशंकर – 5746

Saturday, April 20, 2013

पीरखाना में मेला शुरू--धूम धाम से निकली शोभायात्रा

मंच पर हुआ प्रमुख लोगों का स्वागत 
लम्बी इंतजार के बाद आज लुधियाना के लोगों ने पीर लखदाता जी के दर्शन किये और वह भी अपनी गलियों---अपने बाज़ारों में---स्वयं अपने द्धार पर खड़े हो कर। लोगों ने जगह जगह स्वागती बैनर और पोस्टर लगा रखे थे---लखदाता जी पधारिये----लखदाता जी का स्वागत---l पीर हैदरशेख जी की शोभायात्रा लुधियाना के दरेसी मैदान से बहुत ही धूमधाम से शुरू हुई और अपने निश्चित रूट प्लान से चलती हुई पीरखाना पहुँच कर सम्पन्न हुई। शोभा यात्रा के प्रस्थान से पूर्व दरेसी के राम लीला मैदान में भव्य समारोह भी हुआ। दरेसी मैदान के मंच पर महाराजा सुखपाल भी थे और भजन गायन कर रही टीमें भी। कुछ देर बाद हरीश राये ढांडा इस आयोजन के लिए बंटी बाबा को बधाई देने पहुंचे। कुछ ही पलों में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सतपाल गोसाईं ने भी इस आयोजन की सफलता पर बंटी बाबा और शहर वासियों को मुबारक दी। श्री दुर्गा माता मन्दिर के बलवीर गुप्ता, शिव सेना पंजाब के प्रमुख राजीव टंडन, कांग्रेस पार्टी के विधायक सुरिन्दर डावर, एक एनी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन दीवान, पार्षद परमिन्द्र मेहता, पार्षद दल के नेता हेमराज अग्रवाल, रमन गूम्बर, मेयर एच एस गोलवडिया, हरविन्द्र हैपी, सुभाष राजस्थानी, पार्षद कृष्ण खरबंदा, वरिष्ठ अकाली नेता मदन लाल बग्गा,ज्ञान स्थल मन्दिर के प्रधान जगदीश बजाज और कई अन्य प्रमुख व्यक्ति भी मौजूद थे। बंटी बाबा ने यहाँ पहुंचे इन सभी प्रमुख व्यक्तियों को बहुत ही स्नेह से सुस्वागतम कहा और उनका सम्मान भी किया। मंच से चल रहे भजन सभी को लुभा रहे थे। रेखा शेखावत की भजन मंडली गा रही थी-- 
आज रहमत की बरसात है---
बंटी बाबा की क्या बात है--- 
एक और भजन था---
तकदीर के ज़ुल्म कब तक सहें,
तुझ से न कहें तो किस से कहें.....
मंच से बोलते हुए कांग्रेस के पवन दीवान ने आतंकवाद के पुराने दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि उन दिनों में यहाँ लुधियाना के लोगों ने शोभा यात्राएं निकलने की हिम्मत नहीं छोड़ी थी।  महाराजा सुखपाल ने इस आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यहाँ बंटी बाबा जिंदगी के राज़ बताते हैं--
कैसे मिलता है ईश्वर---
आ तुझे बता दूं---
लुधियाना के मेयर हरचरन सिंह गोलवडिया ने कहा कि यह सत्य का मार्ग है…अब जब कि कलयुग का प्रभाव बढ़ चूका है तब हमें उन नौजवानों की भी सार लेनी है जो रास्ता भटक चुके हैं---उन्हें नकारना नहीं है---उनसे नफरत नहीं करनी है---उन्हें सद्धमार्ग पर लाना है----
इसी तरह हरविन्द्र हैपी ने बंटी बाबा से अपनी पांच वर्ष पुरानी मुलाक़ात का हवाला देते हुए कई बातों का ज़िक्र किया और बताया कि यहाँ पीरखाना में धर्म कर्म का सिलसिला काफी पुराना है। पार्षद परमिन्द्र मेहता ने पाकिस्तान के साथ जंग की पुरानी यादें ताज़ा करते हुए बताया कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों से ही लुधियाना तबाही से बचा रहा--दुश्मन की बुरी नजर से बचा रहा---। उन्होंने शिव सेना के राजीव टंडन को वीर अर्थात भाई कहते हुए काफी तारीफ़ की कि उनका भाई आजकल हिन्दू संगठनों की अगुवाई कर रहा है। इस तरह आज पीरखाना मेले का पहले दिन का आयोजन बहुत ही सफलता से सम्पन्न हुआ। आर के तारेश 

हर वर्ग की संगत ने की मेले में आने की पुष्टि

Thursday, April 18, 2013

हर वर्ग की संगत ने की मेले में आने की पुष्टि

उत्तर भारत के कोने कोने में पहुंचा पीरखाना लुधियाना मेले का संदेश
लुधियाना के न्यू अग्रवाल पीरखाना में शनिवार से शुरू हो रहे तीन दिवसीय मेले में शामिल होने के लिए लोगों का उत्साह लगातार बढ़ रहा है। इस दरबार के मुख्य सेवादार बंटी बाबा ने मीडिया को बताया 20 अप्रैल को निकलने वाली शोभा यात्रा पर हवाई जहाज़ के ज़रिये पुष्प वर्षा की जाएगी। हर गली बाज़ार में रथ यात्रा का स्वागत करने को लोग पूरी तरह तैयार हो कर इन्जार में बैठे हैं। इस सबंध में निमन्त्रण देने का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। क्या छोटा क्या बढ़ा---बिना किसी भेदभाव के हर घर में निमन्त्रण का संदेश पहुँच चुका है। व्यापारियों, नेतायों, समाजिक प्रतिनिधियों…सभी ने इस मेले में बढ़ चढ़ कर शामिल होने की बात कही है। स्कूली छात्रों से लेकर कालेज के बड़े छात्रों तक, गरीब से लेकर अमीर तक, जन साधारण से लेकर नेतायों तक अब बस एक ही चर्चा है और वह है इस मेले में शामिल होने की। मेले के प्रबंधकों ने भी अत्यंत व्यस्त समय होने के बावजूद श्री राम लीला कमेटी दरेसी ग्राऊंड, महावीर सेवा संस्थान, एसीपी सतीश कुमार, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राजिंदर कुमार भण्डारी, अकाली दल के वृष्ट नेता हीरा सिंह गाबड़िया इत्यादि सभी ने अपने साथियों सहित पहुंचने का वादा किया है। निमन्त्रण देने के इस कठिन कार्य को पूरा करने में न्यू अग्रवाल पीरखाना दरबार की और से अशोक भारती, नरिंदर गुप्ता, रमन शर्मा, सुखविंदर सिंह, दिलीप थापर और एनी कई सेवादार दिन रात जुटे रहे।  
हर वर्ग की संगत ने की मेले में आने की पुष्टि

पीरखाना लुधियाना में मेले की सभी तैयारिया मुक्कमल 


पीरखाना में मेला शुरू--धूम धाम से निकली शोभायात्रा



Tuesday, April 16, 2013

प्रधानमंत्री ने बोस्‍टन में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की

16-अप्रैल-2013 17:11 IST
बम धमाकों की जांच में हर प्रकार की सहायता का आश्‍वासन 
प्रधानमंत्री डॉक्‍टर मनमोहन सिंह ने बोस्‍टन में हुए आतंकवादी हमले की निन्‍दा की और आतंकवाद के विरूद्ध संघर्ष में अमरीकी लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्‍यक्‍त की है। अमरीका के राष्‍ट्रपति श्री ओबामा को भेजे एक संदेश में प्रधानमंत्री ने इन बम धमाकों की जांच में हर प्रकार की सहायता का आश्‍वासन दिया है। 

प्रधानमंत्री के संदेश का मूल पाठ इस प्रकार है - 
बोस्‍टन में कल हुए घृणित आतंकवादी हमले से मुझे काफी धक्‍का लगा है। हिंसा की यह मूर्खतापूर्ण और कायरतापूर्ण वारदात एक ऐसे शहर में हुई है, जो लम्‍बे समय से उदारता, शिक्षा, नवाचार और उद्यमता का प्रतीक रहा है। 

भारत के लोग मेरे साथ इस हमले की जोरदार शब्‍दों में निन्‍दा करते हैं। हमारी अमरीका के शोक संतप्‍त परिवारों, घायलों और लोगों के साथ सहानुभूति और एकजुटता है। 

यह हमला आतंकवाद की गंभीरता की याद दिलाता है, जो हमारे राष्‍ट्रों के लिए अभी भी खतरा बना हुआ है और हमारे शहरों पर छाया हुआ है। इसके साथ-साथ आतंकवाद को परास्‍त करने और हमारे राष्‍ट्रों को परिभाषित करने वाले मूल्‍यों की रक्षा करने के हमारे प्रयासों में ढील न बरतने के हमारे संकल्‍प को दोहराता है। 

राष्‍ट्रपति महोदय, भारत और अमरीका के बीच आतंकवाद का सामना करने में सहयोग को बनाये रखते हुए हम इस हमले की जांच करने में आपको पूर्ण समर्थन का आश्‍वासन देते हैं।


मीणा\क्‍वात्रा/यशोदा – 1873