Saturday, April 20, 2013

पीरखाना में मेला शुरू--धूम धाम से निकली शोभायात्रा

मंच पर हुआ प्रमुख लोगों का स्वागत 
लम्बी इंतजार के बाद आज लुधियाना के लोगों ने पीर लखदाता जी के दर्शन किये और वह भी अपनी गलियों---अपने बाज़ारों में---स्वयं अपने द्धार पर खड़े हो कर। लोगों ने जगह जगह स्वागती बैनर और पोस्टर लगा रखे थे---लखदाता जी पधारिये----लखदाता जी का स्वागत---l पीर हैदरशेख जी की शोभायात्रा लुधियाना के दरेसी मैदान से बहुत ही धूमधाम से शुरू हुई और अपने निश्चित रूट प्लान से चलती हुई पीरखाना पहुँच कर सम्पन्न हुई। शोभा यात्रा के प्रस्थान से पूर्व दरेसी के राम लीला मैदान में भव्य समारोह भी हुआ। दरेसी मैदान के मंच पर महाराजा सुखपाल भी थे और भजन गायन कर रही टीमें भी। कुछ देर बाद हरीश राये ढांडा इस आयोजन के लिए बंटी बाबा को बधाई देने पहुंचे। कुछ ही पलों में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सतपाल गोसाईं ने भी इस आयोजन की सफलता पर बंटी बाबा और शहर वासियों को मुबारक दी। श्री दुर्गा माता मन्दिर के बलवीर गुप्ता, शिव सेना पंजाब के प्रमुख राजीव टंडन, कांग्रेस पार्टी के विधायक सुरिन्दर डावर, एक एनी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन दीवान, पार्षद परमिन्द्र मेहता, पार्षद दल के नेता हेमराज अग्रवाल, रमन गूम्बर, मेयर एच एस गोलवडिया, हरविन्द्र हैपी, सुभाष राजस्थानी, पार्षद कृष्ण खरबंदा, वरिष्ठ अकाली नेता मदन लाल बग्गा,ज्ञान स्थल मन्दिर के प्रधान जगदीश बजाज और कई अन्य प्रमुख व्यक्ति भी मौजूद थे। बंटी बाबा ने यहाँ पहुंचे इन सभी प्रमुख व्यक्तियों को बहुत ही स्नेह से सुस्वागतम कहा और उनका सम्मान भी किया। मंच से चल रहे भजन सभी को लुभा रहे थे। रेखा शेखावत की भजन मंडली गा रही थी-- 
आज रहमत की बरसात है---
बंटी बाबा की क्या बात है--- 
एक और भजन था---
तकदीर के ज़ुल्म कब तक सहें,
तुझ से न कहें तो किस से कहें.....
मंच से बोलते हुए कांग्रेस के पवन दीवान ने आतंकवाद के पुराने दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि उन दिनों में यहाँ लुधियाना के लोगों ने शोभा यात्राएं निकलने की हिम्मत नहीं छोड़ी थी।  महाराजा सुखपाल ने इस आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यहाँ बंटी बाबा जिंदगी के राज़ बताते हैं--
कैसे मिलता है ईश्वर---
आ तुझे बता दूं---
लुधियाना के मेयर हरचरन सिंह गोलवडिया ने कहा कि यह सत्य का मार्ग है…अब जब कि कलयुग का प्रभाव बढ़ चूका है तब हमें उन नौजवानों की भी सार लेनी है जो रास्ता भटक चुके हैं---उन्हें नकारना नहीं है---उनसे नफरत नहीं करनी है---उन्हें सद्धमार्ग पर लाना है----
इसी तरह हरविन्द्र हैपी ने बंटी बाबा से अपनी पांच वर्ष पुरानी मुलाक़ात का हवाला देते हुए कई बातों का ज़िक्र किया और बताया कि यहाँ पीरखाना में धर्म कर्म का सिलसिला काफी पुराना है। पार्षद परमिन्द्र मेहता ने पाकिस्तान के साथ जंग की पुरानी यादें ताज़ा करते हुए बताया कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों से ही लुधियाना तबाही से बचा रहा--दुश्मन की बुरी नजर से बचा रहा---। उन्होंने शिव सेना के राजीव टंडन को वीर अर्थात भाई कहते हुए काफी तारीफ़ की कि उनका भाई आजकल हिन्दू संगठनों की अगुवाई कर रहा है। इस तरह आज पीरखाना मेले का पहले दिन का आयोजन बहुत ही सफलता से सम्पन्न हुआ। आर के तारेश 

हर वर्ग की संगत ने की मेले में आने की पुष्टि

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